Assam burning for sake of foreign people!!
55 people killed and 1 lakh 70 thousand people went to all parts of the country as a refugees.
for Bangladesh muslims !!
Kashmir pandits all killed or expelled from kashmir
10000 chattisgadh adivasis killed since 7 years
treating telangana people as pakistan terrorists !!
against to tamilians indian govt trianing to lankan miletery & giving modern weapons to lankan govt to kill tamilians in sri lanka
Actually i am asking indians?? do you know what is the role of govt?
if bad govt means how they will be harmful to country do you Know ?
Indian govt is protecting other country bangladesh muslims and indirectly killing indian assam hindus brutally !!
असम। असम में पिछले सात दिनों से फैली हिंसा को लेकर अब सियायत गर्मा गई है। इसको लेकर सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक पर भी लोगों ने विरोध और अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। फेसबुक की प्रतिक्रियाओं में अधिकतर लोगों ने असम में फैली हिंसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कुछ लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया में यहां तक लिखा है कि जब एक तरफ असम सांप्रदायिक दंगों की आग में जल रहा था, उस वक्त देश के महामहिम 21 तोपों की सलामी ले रहे थे।
फेसबुक पर दी गई प्रतिक्रियाओं में लोगों का मानना है कि सरकार ने हमेशा ही उत्तर पूर्वी इलाकों के लोगों की अवहेलना की है। यही वजह है कि सरकार के प्रति उनका आक्रोश फूट कर बाहर निकल रहा है। असम में अल्पसंख्यक लोगों का विकास ना के बराबर हुआ है। आज भी वह खुदको अन्य राज्यों से पिछड़ा व अलग महसूस करते हैं। ऐसे में उनमें सरकार के खिलाफ विरोध की मंशा पैदा होना स्वाभाविक है।
कांग्रेसियों की इस हरकत को देश कर मुझे एक बहुत पुराणी कहानी याद आ रही है l बहुत पहले एक रजा हुआ करते थे जैचंद उन्होंने प्रथ्विराज चौहान को हराने के लिए मुल्लों का साथ दिया उम्मीद थी की हम इसी तरह राज़ करते रहेंगे हुआ उल्टा ही मुल्लो से हाँथ मिलाया मुल्लो ने पीठ पर वार किया न सत्ता बची न जान l
कुछ ऐसा होता आज भी नज़र आ रहा है सत्ता के लिए मनमोहन सरकार इनका साथ तो दे रही है पर कहीं न कहीं अपने पतन की और बढ़ रही है l
पर याद रहे दोस्तों जैचंद की उस एक गलती ने हमे सालों तक गुलामी की जंजीरों में लपेट दिया था अब हम ऐसा नहीं होने देने और उसके लिए जरुरत है खड़े होकर आवाज उठाने की l किसी के भरोसे मत रहो कोइ
कुछ नहीं करगा जो करना आपको खुद ही करना होगा कश्मीर में
जब हिन्दू मर रहा था तो कोइ नहीं गया ना आज आसाम में कोइ जा रहा है l
दोस्तों कोइ भगवा पहन कर सर पर काली टोपी लगाने वाला संत कभी संत नहीं हो सकता कोइ मुल्लों के आगे हाँथ फ़ैलाने वाला किसी हिन्दू के लिए लड़ने नहीं आएगा l
मित्रों हिन्दुत्व की कीमत पर हमे कोइ नीला पीला और काला धन नहीं चाहिए l नहीं चाहिए कोइ लोकपाल और जोक्पाल हिन्दुत्व की कीमत पर l
अगर अपना घर अपना परिवार बचाना है तो उठ खड़े हो जाओ और अपने अन्दर के हिन्दुत्व को जगाओ या फिर सेकुलर बन अपनी बारी का इंतजार करो हो सकता है आप बच भी जाओ पर आपकी आगली पीढ़ी कभी नहीं बच पायेगी l
मेरा निवेदन है कि इस लेख को थोड़ा समय देकर पढे ।
आजादी के बाद कांग्रेस सरकार के प्रंधानमंत्री नेहरु की कश्मीर नीति की विफलता और मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण देश को कश्मीर समस्या का एक जख्म मिला , जो आज नासूर बन गया है , कश्मीर मे पाकिस्तानी झंडा फहराया जाता है , कहने को तो कश्मीर भारत का हिस्सा है लेकिन श्रीनगर के लाल चौक पर भारत सरकार की इतनी हिम्मत नही है कि वंहा तिंरगा फहरा सके । हजारो कश्मीर पडितो का कत्लेआम हुआ , स्थानीय निवासी अपने ही राज्य में आज भी शरणार्थी बने हुये है । पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते है लेकिन बहरी जम्मू कश्मीर और केन्द्र की काग्रेस सरकार को ये सुनाई नही देते ।
लेकिन उससे सबक ना लेते हुये कांग्रेस सरकार ने इस देश के लिये एक और ' कश्मीर तैयार कर दिया है , असम मे हालात खराब है , बाग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियो मे संगठित होकर स्थानीय निवासियो को कत्ले आम शुरु कर दिया है , अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 (सरकारी आकड़े) हकिकत हजारो मे है ।
। हिंसा राज्य के 11 जिलों के करीब 500 गांवों में पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में अब तक 2लाख लोग घर छोड़कर भाग चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों की शरण ले चुके हैं,
बोडो लोगों की रिहायश वाले राज्य के आठ जिलों में तनाव का माहौल है। हालात से निपटने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र से अर्द्धसैनिक बलों की 50 और कंपनियां मांगी हैं।
आठ जिलो मे कर्फ़्यू लगा है देखते ही गो्ली मारने के आदेश जारी कर दिये है ।
पूरे हिंदुस्तान का संपर्क इस समय वहाँ से टूटा हुआ है.
कल रात राजधानी एक्सप्रेस पर हमला हुआ । करीब 37ट्रेन रद्द है और 30हजार यात्री असम मे भूखे प्यासे फंसे हुये है
इन हालातो के जिम्मेदार कौन ?
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जिम्मेदार है बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिये जिन्हे काग्रेस सरकार ने मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति पर चलते हुये राजनैतिक संरक्षण दिया ।
वर्षो से अवैध बांग्लादेशियों को इस देश मे शरण दी जाती रही है और एक अध्ययन और BBC की रिपोर्ट के अनुसार ,
अब तक 3करोड़ बाग्लादेशी अवैध रुप से भारत मे रहते है .
इन्हे कभी देश से नही निकाला गया क्योकि ये काग्रेसी वोटर है , खुद काग्रेसियो ने इनके फर्जी वोटर कार्ड बनवाये
इस विडियो को देखे की कैसे पकड़े गये बाग्लादेशियों ने फर्जी नागरिकता दस्तावेज बनवाये।
ये महिला कबूल कर रही है कि ये काग्रेसी वोटर है और बाग्लादेशी है
http://www.youtube.com/watch?v=yprBKTOgnkI
असम के सोनारिपारा मे पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया दिया है
देखे विडियो
http://www.youtube.com/watch?v=0oI-PjQkXx4
कहां है इस देश का मीडिया ? सरकार ? वो सब राष्ट्रपति की ताजपोशी मे लगे है ।
इस का आम आदमी ऐसे ही मरता रहा है और आगे भी मरता रहेगा । आज असम मे कत्ले आम हो रहा है कल हमारी बारी है , आप सोते रहो… कर भी क्या सकते हो , इंसानी लाशो का तमाशा देखने के सिवा ।
जब रोम जल रहा तब नीरो बंसी बजा रहा था ..ये बात तो हुई पुरानी .. आज का आधुनिक नीरो भारत में है .नाम है मनमोहन सिंह ..पद प्रधानमंत्री भारत सरकार ... काबिलियत .. संसद के पिछले दरबाजे ( राज्यसभा ) से निर्वाचित जिसको भारत की जनता ने नहीं चुना ,,, उनको आसाम की एक राज्य सभा सीट के जरिये भारत पर खडाऊ शासन के लिये नियुक्ति मिली है ... फिलहाल मुद्दा ये है की प्रधानमंत्री जिस आसाम के पते से निवाचित हुए है और बही आसाम पिछले एक महीने से भीषण बाढ़ की चपेट में है ..आसाम के कई हिस्सो का संपर्क भारत से कट चुका है ,,,इसी वीच कोढ़ में खाज जैसी स्थिति तब पैदा हुई जब कांग्रेस के स्थायी वोट बैक ie बंगलादेश से आये मुस्लिम घुसपैठियों ने बड़ी संख्या में स्थानीय निबासियो का कत्लेआम करना शुरू कर दिया .. ये बही आसाम है जहा पर अक्सर सीमा पर भारतीय सुरक्षाबलों की मुस्लिम घुसपैठियों द्वारा घेर कर हत्याए की जा चूकी है .............सूचना मिली थी की राष्ट्रपति चुनाव की गतिविधियों में से कुछ घंटो का समय निकाल कर भारत के दोनों प्रधानमंत्रियों ने ( घोषित + अघोषित ) आसाम का हवाई सर्वेक्षण करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है ,,, आसाम के हालत इस समय इतने खराब है की उस पर विदेशी मीडिया भी चिंता प्रकट कर रहा है ,,लेकिन भारत के नीरो मनमोहन एंड कम्पनी की बात तो छोडिये खुद को लोकतंत्र का चौथा खंभा कहने का दम भरने बाला मीडिया भी सन्नाटा मारे है .........!!!
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मित्रो आसाम मे बांग्लादेशियो का हौसला इतना कैसे बढ गया कि वहाँ उन्होने नापाकिस्तान का झण्डा फहरा दिया???मैं बताता हुँ-कुछ साल पहले महज वोटो के लिये यूपीए -१ के एक मँत्री रामविलास पासवान का ये बयान आया-"बांग्लादेशीयो को भारत का नागरिक बनादिया जाये,उन्हे मत का अधिकार दिया जाये और उनकी सुरक्षा का इंतजाम किया जाये।अल्पसंख्यको के हितो का संरक्षण किया जाये।"जब भडुवे मँत्रीयो के ये बयान होंगे तो भारत मे इसी तरह कश्मीर पे कश्मीर बनते जायेंगे!!
इसीलिये जागो और देश बचाओ
आसाम में एक कमी रह गयी थी वो भी अब पूरी हो गयी हे ..................
बहुत बहुत बधाई हो इस देश के सेकुलर और धर्मनिरपेक्ष लोगो को , जो अब भी भाई- भाई का नारा देते है ,
जिहादी मुल्लो ने जिन बोडो हिन्दू आदिवासी इलाक को आतंक और मार काट से खाली करवाया था अब वंहा पाकिस्तानी झंडा लहरा दिया हे !!
सरे आम तथाकथित धर्म निरपेक्ष सविंधान और कानून व्यवस्था का बलात्कार किया जा रहा हे !!
http://www.youtube.com/watch?v=1B60_gPf0Ro
आसाम मे कई जगह मुसलमानों ने पाकिस्तान का झंडा फहरा दिया है | ये देखिये टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट |
अब कहाँ छुपा है भोदू युवराज ? भठ्ठा परसौल मे नौटकी करता था , अब कोकराझार मे जाकर कब नौटंकी करेगा ?
मित्रों, सिर्फ दो टके के वोट के लिए नीच कांग्रेस ने इस देश को आज बर्बाद कर दिया है ..
पहले कश्मीर, फिर केरल और अब आसाम ...
जागो हिन्दुओ जागो .. अब जाति पाती से उपर उठकर सम्पूर्ण हिन्दुत्व के बारे मे सोचो |
गुजरात के पटेल मित्रो, किसी भी बापा के बहकावे मे आने से पहले एक बार आसाम के बारे मे जरूर सोच लेना |
एक जमाने मे असाम मे हिंदू कई जाति और जनजातियो मे बटी थी , जैसे गारो, खासी, जयंतिया, बोडो, मारवाड़ी, बिहारी प्रवासी, आदि ..
लेकिन आज सब एक होकर बंगलादेशी मुसलमानों का मुकाबला कर रहे है
खबर आसाम से है असम में बंगलादेशी घुसपैठियों ने बोडो जाती के हिन्दुओं को मार कर भगा दिया है और असम में लगा दिया है पाकिस्तान झंडा l
कांग्रेस ने वोटों के लालच में इन बंगला देसी मुल्लो को शरण दी और कांग्रेस का साथ और समर्थन पा कर ही आज ये अपनी औकात भुला बैठे है l
कांग्रेसियों की इस हरकत को देश कर मुझे एक बहुत पुराणी कहानी याद आ रही है l बहुत पहले एक रजा हुआ करते थे जैचंद उन्होंने प्रथ्विराज चौहान को हराने के लिए मुल्लों का साथ दिया उम्मीद थी की हम इसी तरह राज़ करते रहेंगे हुआ उल्टा ही मुल्लो से हाँथ मिलाया मुल्लो ने पीठ पर वार किया न सत्ता बची न जान l
कुछ ऐसा होता आज भी नज़र आ रहा है सत्ता के लिए मनमोहन सरकार इनका साथ तो दे रही है पर कहीं न कहीं अपने पतन की और बढ़ रही है l
पर याद रहे दोस्तों जैचंद की उस एक गलती ने हमे सालों तक गुलामी की जंजीरों में लपेट दिया था अब हम ऐसा नहीं होने देने और उसके लिए जरुरत है खड़े होकर आवाज उठाने की l किसी के भरोसे मत रहो कोइ
कुछ नहीं करगा जो करना आपको खुद ही करना होगा कश्मीर में
जब हिन्दू मर रहा था तो कोइ नहीं गया ना आज आसाम में कोइ जा रहा है l
दोस्तों कोइ भगवा पहन कर सर पर काली टोपी लगाने वाला संत कभी संत नहीं हो सकता कोइ मुल्लों के आगे हाँथ फ़ैलाने वाला किसी हिन्दू के लिए लड़ने नहीं आएगा l
मित्रों हिन्दुत्व की कीमत पर हमे कोइ नीला पीला और काला धन नहीं चाहिए l नहीं चाहिए कोइ लोकपाल और जोक्पाल हिन्दुत्व की कीमत पर l
अगर अपना घर अपना परिवार बचाना है तो उठ खड़े हो जाओ और अपने अन्दर के हिन्दुत्व को जगाओ या फिर सेकुलर बन अपनी बारी का इंतजार करो हो सकता है आप बच भी जाओ पर आपकी आगली पीढ़ी कभी नहीं बच पायेगी l
जय महाकाल
अगर असम में हिंदुओं के नरसंहार को आप टीवी चैनलों पर नहीं देख पा रहें हैं तो उसके पीछे कुछ खास वजहें हैं। राजदीप सरदेसाई के अनुसार जब तक 1000 हिंदू नहीं मरते, तब तक वो कोई खबर ही नहीं है। बेचारे को गुजरात के दंगों से बड़ा सदमा पंहुचा हुआ लगता है या फिर मुँह में इतने पैसे ठूंस दिए गए हैं कि सच नहीं निकाल पा रहा है।
अगर लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ऐसा होता है तो मैं थूकता हूँ ऐसी मीडिया के दलालों पर....जीने लिए दंगे तो केवल 'गुजरात' में होते हैं और दंगा पीड़ित केवल मुसलमान होते हैं।
आ......क थू
सोचिए जरा !
Photo: मेरा निवेदन है कि इस लेख को थोड़ा समय देकर पढे । आजादी के बाद कांग्रेस सरकार के प्रंधानमंत्री नेहरु की कश्मीर नीति की विफलता और मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण देश को कश्मीर समस्या का एक जख्म मिला , जो आज नासूर बन गया है , कश्मीर मे पाकिस्तानी झंडा फहराया जाता है , कहने को तो कश्मीर भारत का हिस्सा है लेकिन श्रीनगर के लाल चौक पर भारत सरकार की इतनी हिम्मत नही है कि वंहा तिंरगा फहरा सके । हजारो कश्मीर पडितो का कत्लेआम हुआ , स्थानीय निवासी अपने ही राज्य में आज भी शरणार्थी बने हुये है । पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते है लेकिन बहरी जम्मू कश्मीर और केन्द्र की काग्रेस सरकार को ये सुनाई नही देते । लेकिन उससे सबक ना लेते हुये कांग्रेस सरकार ने इस देश के लिये एक और ' कश्मीर तैयार कर दिया है , असम मे हालात खराब है , बाग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियो मे संगठित होकर स्थानीय निवासियो को कत्ले आम शुरु कर दिया है , अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 (सरकारी आकड़े) हकिकत हजारो मे है । । हिंसा राज्य के 11 जिलों के करीब 500 गांवों में पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में अब तक 2लाख लोग घर छोड़कर भाग चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों की शरण ले चुके हैं, बोडो लोगों की रिहायश वाले राज्य के आठ जिलों में तनाव का माहौल है। हालात से निपटने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र से अर्द्धसैनिक बलों की 50 और कंपनियां मांगी हैं। आठ जिलो मे कर्फ़्यू लगा है देखते ही गो्ली मारने के आदेश जारी कर दिये है । पूरे हिंदुस्तान का संपर्क इस समय वहाँ से टूटा हुआ है. कल रात राजधानी एक्सप्रेस पर हमला हुआ । करीब 37ट्रेन रद्द है और 30हजार यात्री असम मे भूखे प्यासे फंसे हुये है इन हालातो के जिम्मेदार कौन ?
================= जिम्मेदार है बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिये जिन्हे काग्रेस सरकार ने मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति पर चलते हुये राजनैतिक संरक्षण दिया । वर्षो से अवैध बांग्लादेशियों को इस देश मे शरण दी जाती रही है और एक अध्ययन और BBC की रिपोर्ट के अनुसार , अब तक 3करोड़ बाग्लादेशी अवैध रुप से भारत मे रहते है . इन्हे कभी देश से नही निकाला गया क्योकि ये काग्रेसी वोटर है , खुद काग्रेसियो ने इनके फर्जी वोटर कार्ड बनवाये इस विडियो को देखे की कैसे पकड़े गये बाग्लादेशियों ने फर्जी नागरिकता दस्तावेज बनवाये। ये महिला कबूल कर रही है कि ये काग्रेसी वोटर है और बाग्लादेशी है
http://www.youtube.com/watch?v=yprBKTOgnkI
असम के सोनारिपारा मे पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया दिया है देखे विडियो
http://www.youtube.com/watch?v=0oI-PjQkXx4
कहां है इस देश का मीडिया ? सरकार ? वो सब राष्ट्रपति की ताजपोशी मे लगे है । इस का आम आदमी ऐसे ही मरता रहा है और आगे भी मरता रहेगा । आज असम मे कत्ले आम हो रहा है कल हमारी बारी है , आप सोते रहो… कर भी क्या सकते हो , इंसानी लाशो का तमाशा देखने के सिवा । जब रोम जल रहा तब नीरो बंसी बजा रहा था ..ये बात तो हुई पुरानी .. आज का आधुनिक नीरो भारत में है .नाम है मनमोहन सिंह ..पद प्रधानमंत्री भारत सरकार ... काबिलियत .. संसद के पिछले दरबाजे ( राज्यसभा ) से निर्वाचित जिसको भारत की जनता ने नहीं चुना ,,, उनको आसाम की एक राज्य सभा सीट के जरिये भारत पर खडाऊ शासन के लिये नियुक्ति मिली है ... फिलहाल मुद्दा ये है की प्रधानमंत्री जिस आसाम के पते से निवाचित हुए है और बही आसाम पिछले एक महीने से भीषण बाढ़ की चपेट में है ..आसाम के कई हिस्सो का संपर्क भारत से कट चुका है ,,,इसी वीच कोढ़ में खाज जैसी स्थिति तब पैदा हुई जब कांग्रेस के स्थायी वोट बैक ie बंगलादेश से आये मुस्लिम घुसपैठियों ने बड़ी संख्या में स्थानीय निबासियो का कत्लेआम करना शुरू कर दिया .. ये बही आसाम है जहा पर अक्सर सीमा पर भारतीय सुरक्षाबलों की मुस्लिम घुसपैठियों द्वारा घेर कर हत्याए की जा चूकी है .............सूचना मिली थी की राष्ट्रपति चुनाव की गतिविधियों में से कुछ घंटो का समय निकाल कर भारत के दोनों प्रधानमंत्रियों ने ( घोषित + अघोषित ) आसाम का हवाई सर्वेक्षण करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है ,,, आसाम के हालत इस समय इतने खराब है की उस पर विदेशी मीडिया भी चिंता प्रकट कर रहा है ,,लेकिन भारत के नीरो मनमोहन एंड कम्पनी की बात तो छोडिये खुद को लोकतंत्र का चौथा खंभा कहने का दम भरने बाला मीडिया भी सन्नाटा मारे है .........!!!
मित्रो आसाम मे बांग्लादेशियो का हौसला इतना कैसे बढ गया कि वहाँ उन्होने नापाकिस्तान का झण्डा फहरा दिया???मैं बताता हुँ-कुछ साल पहले महज वोटो के लिये यूपीए -१ के एक मँत्री रामविलास पासवान का ये बयान आया-"बांग्लादेशीयो को भारत का नागरिक बनादिया जाये,उन्हे मत का अधिकार दिया जाये और उनकी सुरक्षा का इंतजाम किया जाये।अल्पसंख्यको के हितो का संरक्षण किया जाये।"जब भडुवे मँत्रीयो के ये बयान होंगे तो भारत मे इसी तरह कश्मीर पे कश्मीर बनते जायेंगे!! इसीलिये जागो और देश बचाओ आसाम में एक कमी रह गयी थी वो भी अब पूरी हो गयी हे .................. बहुत बहुत बधाई हो इस देश के सेकुलर और धर्मनिरपेक्ष लोगो को , जो अब भी भाई- भाई का नारा देते है , जिहादी मुल्लो ने जिन बोडो हिन्दू आदिवासी इलाक को आतंक और मार काट से खाली करवाया था अब वंहा पाकिस्तानी झंडा लहरा दिया हे !! सरे आम तथाकथित धर्म निरपेक्ष सविंधान और कानून व्यवस्था का बलात्कार किया जा रहा हे !!
http://www.youtube.com/watch?v=1B60_gPf0Ro
आसाम मे कई जगह मुसलमानों ने पाकिस्तान का झंडा फहरा दिया है | ये देखिये टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट | अब कहाँ छुपा है भोदू युवराज ? भठ्ठा परसौल मे नौटकी करता था , अब कोकराझार मे जाकर कब नौटंकी करेगा ? मित्रों, सिर्फ दो टके के वोट के लिए नीच कांग्रेस ने इस देश को आज बर्बाद कर दिया है .. पहले कश्मीर, फिर केरल और अब आसाम ... जागो हिन्दुओ जागो .. अब जाति पाती से उपर उठकर सम्पूर्ण हिन्दुत्व के बारे मे सोचो | गुजरात के पटेल मित्रो, किसी भी बापा के बहकावे मे आने से पहले एक बार आसाम के बारे मे जरूर सोच लेना | एक जमाने मे असाम मे हिंदू कई जाति और जनजातियो मे बटी थी , जैसे गारो, खासी, जयंतिया, बोडो, मारवाड़ी, बिहारी प्रवासी, आदि .. लेकिन आज सब एक होकर बंगलादेशी मुसलमानों का मुकाबला कर रहे है खबर आसाम से है असम में बंगलादेशी घुसपैठियों ने बोडो जाती के हिन्दुओं को मार कर भगा दिया है और असम में लगा दिया है पाकिस्तान झंडा l कांग्रेस ने वोटों के लालच में इन बंगला देसी मुल्लो को शरण दी और कांग्रेस का साथ और समर्थन पा कर ही आज ये अपनी औकात भुला बैठे है l कांग्रेसियों की इस हरकत को देश कर मुझे एक बहुत पुराणी कहानी याद आ रही है l बहुत पहले एक रजा हुआ करते थे जैचंद उन्होंने प्रथ्विराज चौहान को हराने के लिए मुल्लों का साथ दिया उम्मीद थी की हम इसी तरह राज़ करते रहेंगे हुआ उल्टा ही मुल्लो से हाँथ मिलाया मुल्लो ने पीठ पर वार किया न सत्ता बची न जान l कुछ ऐसा होता आज भी नज़र आ रहा है सत्ता के लिए मनमोहन सरकार इनका साथ तो दे रही है पर कहीं न कहीं अपने पतन की और बढ़ रही है l पर याद रहे दोस्तों जैचंद की उस एक गलती ने हमे सालों तक गुलामी की जंजीरों में लपेट दिया था अब हम ऐसा नहीं होने देने और उसके लिए जरुरत है खड़े होकर आवाज उठाने की l किसी के भरोसे मत रहो कोइ कुछ नहीं करगा जो करना आपको खुद ही करना होगा कश्मीर में जब हिन्दू मर रहा था तो कोइ नहीं गया ना आज आसाम में कोइ जा रहा है l दोस्तों कोइ भगवा पहन कर सर पर काली टोपी लगाने वाला संत कभी संत नहीं हो सकता कोइ मुल्लों के आगे हाँथ फ़ैलाने वाला किसी हिन्दू के लिए लड़ने नहीं आएगा l मित्रों हिन्दुत्व की कीमत पर हमे कोइ नीला पीला और काला धन नहीं चाहिए l नहीं चाहिए कोइ लोकपाल और जोक्पाल हिन्दुत्व की कीमत पर l अगर अपना घर अपना परिवार बचाना है तो उठ खड़े हो जाओ और अपने अन्दर के हिन्दुत्व को जगाओ या फिर सेकुलर बन अपनी बारी का इंतजार करो हो सकता है आप बच भी जाओ पर आपकी आगली पीढ़ी कभी नहीं बच पायेगी l जय महाकाल अगर असम में हिंदुओं के नरसंहार को आप टीवी चैनलों पर नहीं देख पा रहें हैं तो उसके पीछे कुछ खास वजहें हैं। राजदीप सरदेसाई के अनुसार जब तक 1000 हिंदू नहीं मरते, तब तक वो कोई खबर ही नहीं है। बेचारे को गुजरात के दंगों से बड़ा सदमा पंहुचा हुआ लगता है या फिर मुँह में इतने पैसे ठूंस दिए गए हैं कि सच नहीं निकाल पा रहा है। अगर लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ऐसा होता है तो मैं थूकता हूँ ऐसी मीडिया के दलालों पर....जीने लिए दंगे तो केवल 'गुजरात' में होते हैं और दंगा पीड़ित केवल मुसलमान होते हैं। आ......क थू सोचिए जरा !